Main Aankhe Apni Lyrics ( मैं आँखें अपनी )
मैं आँखें अपनी पर्वत की ओर उठाऊंगा 2
मुझको है पता सहायता वहीं से पाऊंगा 2
मैं आँखें अपनी पर्वत की ओर उठाऊंगा 2
निचे धरती ऊपर आसमां बनाया है
परमेश्वर है वो उसके गुण गाऊंगा 2
फिसले न कभी कदम राहों में
इसीलिए न सोता दिन रातों में 2
इजराइल का है वो रखवाला
उंघेगा न वो सोयेगा 2
मैं आँखें अपनी.....
कष्टों से येशु मुझे बचाएगा
रक्षक बनकर प्राण संभालेगा 2
बहार जाओ या अंदर आओ
वो ही हमेशा रक्षक होगा 2
मैं आँखें अपनी पर्वत की ओर उठाऊंगा 2
मुझको है पता सहायता वहीं से पाऊंगा 2
मैं आँखें अपनी पर्वत की ओर उठाऊंगा 3
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