JAI JAIKAR JAI JAIKAR JAI JAIKAR LYRICS (जय-जयकार, जय-जयकार, जय-जयकार लिरिक्स)
स्वर्गी पिता की ज़िन्दा खुदा की,
हो सदा जय-जयकार
ऊंचे शब्द से पर्म पिता की,
हो सदा जय जयकार
जय-जयकार, जय-जयकार, जय-जयकार.....
1. मेमनें के लहू से धूल के हरेक प्राणी श्वेत हुआ हैं
जो पापों में डूबा था आदम, देखो वी फिर से नया हुआ हैं जो आज्ञा से भटक गया था, उसको फज़ल से कह रहा
जय-जयकार, जय-जयकार, जय-जयकार.....
2. हर इक जाती भाषा और कुल को,
पास बुलाया हैं मेरे रब्ब ने
उद्धार का और रहम-ओ-करम का,
शुक्र किया हैं येशु का सबने
चारों तरफ़ हैं दूतों की सैना,
नारों से गुंजा हैं आसमान
जय-जयकार, जय-जयकार, जय-जयकार.....
3. स्तुति और महिमा आदर और सामर्थ,
युगनायुग तक बनी रहेगी
ज्ञान और धन्यवाद और सारी शक्ति,
युगनायुग तक बनी रहेगी
सदा ही हम पे भलाई करता,
कोई नहीं हैं उससे भला
जय-जयकार, जय-जयकार, जय-जयकार.....
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