TERE RUH SE LYRICS (तेरे रूह से लिरिक्स)
'तेरे रूह से- 2
तेरे रूह से खुदावंद खुदाये पहाड़ भी मैदान हो जाएगा
सहरा में भी इक्क राह बन जाएगा
तेरे रूह से.....
1. इक्क काम नया तू करेगा
बीयाबान में दरिया बहेगा
हर दरवाजा जो बंद खुल्ल जाएगा
सहरा में भी इक्क राह बन जाएगा
तेरे रूह से....
2. तेज आँधी का जैसे सन्नाटा
बरसे बादल यूं तेरी वफ़ा का
आसमान ज़मीन पे उत्तर आएगा
सहरा में भी इक्क राह बन जाएगा
तेरे रूह से......
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