SHUKAR KARO RAB DA LYRICS (शुक्र करो रब्ब का लिरिक्स)
शुक्र करो रब्ब का वो जो मालिक है सबका
सब उसकी तारीफे गाओ,
आओ उसकी हजूरी में आओ
शुक्र करो रब्ब का....
1.नाम-ए-मुकद्दस ( परम पवित्र) पाक यहोवा है,
उसको जो चाहता है शादमान( मसत्न) होता हैं।
दीदार उसका जब रूह से होता है,
खुशियों से भरता है कुब्बत वो देता है
है उसके काम निराले है उसका पयार अनोखा ,
शुक्र करो रब्ब का...
2.वो ही खुदावन्द है खुदा वो हमारा है,
हाथों से अपने उसने सब कुछ बनाया है
अपने इरादों को वो याद रखता है,
और अपने वादों को पूरा वो करता है
उसने जो भी फरमाया वो करके है दिखलाया
शुक्र करो रब्ब का....
3. मौज्जे दिखाए अपने लोगों को बचाया,
तोड़ के जेजीरे उसने है छुड़ाया
धूप के मारों पे बादल को फैलाया,
आद के अंधेरों में रोशनी को चमकाया
उसने चट्टान को चीरा फूटा पानी का झरना,
शुक्र करो रब्ब का....
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